Saturday 31 January 2015

Har ek faisla har imtihaan chhood diya/ हर एक फ़ैसला हर इम्तिहान छोड़ दिया

हर एक फ़ैसला हर इम्तिहान छोड़ दिया
न चाहते हुए भी ये जहान छोड़ दिया

जब इसमें सांस भी लेना मुहाल होने लगा
तो हमने जिस्म का आख़िर मकान छोड़ दिया

ज़मीं को घेर लिया ग़म ने तो कहाँ जाते
ख़ुदा का शुक्र है जो आसमान छोड़ दिया

बनी जो भूल-भुलइया हमारी राहगुज़र
सफ़र हयात का फिर दरमियान छोड़ दिया

(हयात = जीवन), (दरमियान = बीच, मध्य)

-मदन पाल

Movie: Kahaani Gudia Ki

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