Monday 24 November 2014

Aap se gila, aap kee kasam/ आप से गिला, आप की क़सम

आप से गिला, आप की क़सम
सोचते रहे कर सके न  हम

(गिला = उलाहना, शिकायत)

उस की क्या ख़ता लादवा है गम़
क्यूं गिला करें चारागर से हम

(लादवा = जिसकी कोई दवा या इलाज न हो), (चारागर = चिकित्सक)

ये नवाज़िशें और ये करम
फ़र्त-ए-शौक़ से मर न जाएँ हम

(नवाज़िश = कृपा, दया, अनुग्रह, मेहरबानी), (फ़र्त-ए-शौक़ = लालसा की अधिकता)

खेंचते रहे उम्र भर मुझे
इक तरफ़ ख़ुदा इक तरफ़ सनम

ये अगर नहीं यार की गली
चलते चलते क्यूँ रुक गए क़दम

- सबा सीकरी



Aap se gila, aap kee kasam
Sochte rahe kar sake na hum

Uski kyaa khata ladawa hai gham
Kyoon gila karen chaargar se hum

Ye nawazishen aur ye karam
Fart-e-shauk se mar na jaaye hum

Khenchte rahe umr bhar  mujhe
Ik taraf khuda ik taraf sanam

Ye agar nahin yaar ki gali
Chalte chalte kyoon ruk gaye kadam

-Saba Seekri

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